खुसूर-फुसूर
तीसरा आरोप…
पंचक्रोशी यात्रा के बाद एक बार फिर से वर्दी के सीमा उल्लंघन पर बवाल काटा गया है। वर्दी के कंट्रोल रूम पर आधी रात को मामले में घेराव किया गया और जमकर संबंधित अधिकारी को भला बुरा बोला गया। संबंधित युवा अधिकारी वैसे तो बडे ही समझदार और योग्य हैं पर यह तीसरा मामला है जिस में उन पर मारपीट का आरोप लगाया गया है। इससे पूर्व पंचक्रोशी के दौरान नरवर में पदस्थ एक मेडिकल आफीसर से उनकी सहयोगी नर्सों के सामने ही इस युवा अधिकारी पर मारपीट के आरोप लगे थे । पंचक्रोशी के पहले या बाद में भी ऐसा ही एक आरोप इन पर लगाया गया था। इसके बाद छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट का आरोप इन पर लगा है। युवा अधिकारी पर यह तीसरा आरोप है। पिछले मामले में भी कर्मचारी संगठन ने युवा अधिकारी को लेकर कप्तान को शिकायत की थी और उनके घटनास्थल के कृत्यों को लेकर मेडिकल आफीसर और कर्मचारी महिलाओं ने सभी बातें खुलकर कही थी। मामला जांच में सिमट गया था। यह तीसरा मामला था और भिडंत छात्र शक्ति से हो गई। छात्र शक्ति ने भी आधी रात को वर्दी को हैरान –परेशान करने में देर नहीं की और जमकर घेराव किया। खुसूर-फुसूर है कि युवा अधिकारी काम के मामले में बडे संजीदा हैं और संवेदनशील भी हैं लेकिन उनके ही साथ ऐसे मामले बार –बार क्यों हो रहे हैं और वे ही आरोपित क्यों हो जाते हैं। इसे लेकर वर्दी में गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। युवा साहब के ग्रह नक्षत्र कुछ गडबड हों तो धार्मिक स्थली पर उनकी शांति का अनुष्ठान भी किया जाए तो ठीक रहेगा।
\
